इस ब्लॉग में हम जानेंगे सर्दी और जुकाम से राहत पाने के 20 घरेलू और आयुर्वेदिक उपाय, जो न सिर्फ प्रभावी हैं बल्कि आसानी से घर पर भी किए जा सकते हैं। प्राकृतिक उपचारों की मदद से आप बिना किसी साइड इफेक्ट के जल्दी स्वस्थ हो सकते हैं।
Table of Contents
सर्दी जुकाम का कारण (Causes of cough and cold)
नजला-जुकाम एक सामान्य लेकिन असुविधाजनक बीमारी है जो कई कारणों से उत्पन्न हो सकती है। यह एक संक्रामक रोग है, जिसमें रोगी की नाक की श्लैष्मिक कला में सूजन आ जाती है। इसके कारणों में शामिल हैं:
- ठंड लगना: अचानक ठंडे वातावरण में आने या लंबे समय तक ठंड में रहने से जुकाम हो सकता है।
- कब्ज: जब शरीर में कब्ज होता है, तो सर्दी का प्रकोप होने की संभावना बढ़ जाती है।
- ठंडे पानी में चलना-फिरना: ठंडे पानी में अधिक समय बिताने से शरीर में ठंडक बढ़ जाती है, जिससे जुकाम हो सकता है।
- बरसात में भीगना: बारिश में भीगने से शरीर का तापमान अचानक बदल सकता है, जिससे जुकाम हो सकता है।
- पसीना बंद हो जाना: जब शरीर में पसीना आना अचानक बंद हो जाता है, तो इसका असर श्वसन तंत्र पर पड़ता है और जुकाम हो सकता है।
- बाहरी पदार्थ का प्रवेश: नाक में धूल, परागकण या अन्य एलर्जी उत्पन्न करने वाले पदार्थों का प्रवेश नजला-जुकाम का कारण बन सकता है।
- ऋतु परिवर्तन: मौसम के बदलने के साथ ही, शरीर को नए वातावरण के अनुकूल होने में समय लगता है और इस दौरान जुकाम की संभावना बढ़ जाती है।
सर्दी जुकाम के लक्षण (Symptoms of cough and cold)
सर्दी-जुकाम, जिसे अक्सर “फ्लू” के छोटे भाई के रूप में जाना जाता है, एक आम बीमारी है जो आमतौर पर मौसम के बदलने के साथ ही होती है। यह रोग नाक की झिल्ली को प्रभावित करता है और बहुत से लक्षणों के साथ आता है। निम्नलिखित हैं सर्दी-जुकाम के प्रमुख लक्षण:
- बार-बार छींकें: यह एक प्रमुख लक्षण है जिसे सर्दी-जुकाम में अनुभव किया जाता है।
- नाक से पानी बहना: यह लक्षण उन लोगों में आम है जो सर्दी-जुकाम से प्रभावित होते हैं।
- तबियत में भारीपन: जुकाम के समय अक्सर तबियत भारी महसूस होती है।
- सिर में दर्द: सर्दी-जुकाम के साथ, सिर में भी दर्द का अनुभव हो सकता है।
- नाक में जलन: नाक में जलन या खुजली भी सर्दी-जुकाम का एक आम लक्षण है।
- रुधिरांश में रंग: अक्सर जुकाम के साथ आंखों, नाक और होंठों में लाल रंग दिखाई देता है।
- नाक बंद होना: सर्दी-जुकाम के समय, नाक बंद हो सकती है और व्यक्ति को सांस लेने में कठिनाई हो सकती है।
सर्दी जुकाम के घरेलू उपाय (Home remedies for cough and cold)
सर्दी और जुकाम के मौसम में, हमारा स्वास्थ्य खराब हो सकता है। यह संक्रामक बीमारियाँ हैं जो अक्सर बार-बार होती हैं, और इन्हें सही देखभाल के माध्यम से ठीक किया जा सकता है। घरेलू नुस्खे सर्दी और जुकाम के लिए एक सुरक्षित और प्रभावी विकल्प हो सकते हैं। यहां कुछ ऐसे ही प्रमुख घरेलू निदान हैं:
- खजूर का सेवन: खजूर में गुणकारी तत्व होते हैं जो सर्दी और जुकाम को दूर करने में मदद कर सकते हैं। खजूर को बकरी के दूध में उबालकर खाने से लाभ हो सकता है।
- मफलर का प्रयोग: जब सर्दी से जुकाम हो, तो गले में मफलर लपेटने से सुखद राहत मिलती है। गरम पानी की बोतल से नाक, सिर और छाती को सेंकें।
- अदरक का उपयोग: अदरक में एंटीऑक्सीडेंट गुण होते हैं जो इन्फेक्शन को दूर करने में मदद कर सकते हैं। अदरक का चूर्ण या अदरक की चाय पीने से लाभ हो सकता है।
- नीबू पानी: नींबू पानी में नींबू का रस मिलाकर पीने से इम्यून सिस्टम को मजबूती मिलती है और सर्दी और जुकाम से राहत मिल सकती है।
- हल्दी-अजवायन का काढ़ा: हल्दी और अजवायन का काढ़ा पीने से गले की खराश कम हो सकती है और श्वासन तंत्र को ठीक करने में मदद मिलती है।
- तुलसी, कालीमिर्च और सोंठ का काढ़ा: इस काढ़े को पीने से सर्दी और जुकाम के लक्षण कम हो सकते हैं। इसमें खजूर और सेंधा नमक का उपयोग किया जाता है जो इम्यून सिस्टम को मजबूत करते हैं।
- राई का तेल और प्याज या लहसुन का अर्क: राई के तेल में एंटीऑक्सीडेंट गुण होते हैं जो संक्रमण से लड़ने में मदद कर सकते हैं। इसे पैर के तलवों पर मलने से लाभ मिलता है।
- मुनक्के का काढ़ा: मुनक्के में विटामिन C और एंटीऑक्सीडेंट्स होते हैं जो संक्रमण से लड़ने में मदद करते हैं। इसे पीने से श्वासन तंत्र को लाभ मिलता है।
- जलेबी दूध: जलेबी दूध को सोते समय पीने से सर्दी और जुकाम के लक्षण कम हो सकते हैं और नींद भी अच्छी आती है।
- सोंठ का दूध: सोंठ के उपयोग से गले की खराश और सर्दी-जुकाम के लक्षण कम हो सकते हैं।
- फिटकरी का काढ़ा: सर्दी और जुकाम में फिटकरी का काढ़ा पीने से लाभ हो सकता है। इसमें तुलसी, कालीमिर्च और लौंग का सेवन भी शामिल है, जो श्वासन तंत्र को स्वस्थ रखने में मदद करते हैं।
- दालचीनी और जायफल की सेवन: इन उत्तम गुणवत्ता वाले मसालों को सुबह-शाम लेने से सर्दी और जुकाम में लाभ मिल सकता है।
- मूली के बीजों का चूर्ण: मूली के बीजों का सेवन करने से नाक की बंदिश और जुकाम में लाभ हो सकता है।
- राई का तेल और पानी का घोल: राई का तेल नाक पर लगाने से जुकाम में राहत मिल सकती है, जबकि राई का घोल पीने से श्वासन तंत्र को मजबूती मिलती है।
- हींग का लेप: हींग का लेप लगाने से नाक में बंदिश कम हो सकती है और जुकाम से राहत मिल सकती है।
- आंवले का रस और शहद: आंवले का रस और शहद मिलाकर पीने से इम्यून सिस्टम को मजबूती मिलती है और सर्दी-जुकाम से राहत मिल सकती है।
- तेजपत्ता की चाय: तेजपत्ता की चाय में एंटीऑक्सीडेंट गुण होते हैं जो वायरल संक्रमण के खिलाफ लड़ते हैं। सर्दी-जुकाम में इसे सेवन करने से लाभ मिल सकता है।
- पुदीना, कालीमिर्च और सेंधा नमक का पानी: यह उपाय नाक की बंदिश को कम करने में मदद करता है और जुकाम को दूर करता है। इसे रात को सोते समय सेवन करें।
- लहसुन का सेवन: लहसुन में एंटीऑक्सीडेंट्स होते हैं जो संक्रमण से लड़ने में मदद करते हैं। सर्दी-जुकाम में लहसुन की एक-दो पूती को कुचलकर पानी से निगल जाएं।
- मुनक्का, कालीमिर्च और बादाम का सेवन: ये सारे उत्तम आंतरिक तंतुओं का स्रोत हैं जो संक्रमण से लड़ने में मदद करते हैं। इन्हें पानी में भिगोकर सेवन करें।
प्राकृतिक उपाय : सर्दी जुकाम से छुटकारा पाने के लिए उपाय
सर्दी-जुकाम के मौसम में नाक से खून आना, खांसी, और बुखार जैसे लक्षण आम होते हैं। इसे ठीक करने के लिए अनेक प्राकृतिक उपाय मौजूद हैं, जो हमें संबंधित लक्षणों से निपटने में मदद कर सकते हैं। यहां कुछ ऐसे प्राकृतिक चिकित्सा के उपाय हैं जो सर्दी-जुकाम को कम करने में मदद कर सकते हैं:
- गरम पानी का सेवन: सुबह के समय नाक से गरम पानी पीना खासकर लाभकारी होता है। यह नाक की संक्रमण को दूर करता है और नाक को स्वच्छ रखने में मदद करता है।
- धूप में बैठना: सूर्य के सामने धूप में बैठकर पीठ को धूपित करने से भी बुखार और सर्दी-जुकाम में लाभ हो सकता है।
- नींबू पानी: हर दिन गरम पानी में नींबू का रस मिलाकर पीना इम्यून सिस्टम को मजबूत करता है और संक्रमण से लड़ने में मदद करता है।
- फिटकरी का सेवन: फिटकरी को मुंह में रखकर धीरे-धीरे चूसने से नाक की संक्रमण को दूर किया जा सकता है।
- हरा कांच और पानी: हरे कांच के गिलास में पानी भरकर धूप में रखने से पानी में एंटीबैक्टीरियल गुण आ जाते हैं, जो सर्दी-जुकाम से लड़ने में मदद करते हैं।
- मुलेठी का सेवन: मुलेठी के गोलियों को दबाकर पीने से गले की सूजन और खांसी में लाभ हो सकता है।
👉👉 खरीदिए स्वासारी प्रहरी खांसी और जुकाम के लिए प्रभावी सिरप सिर्फ ₹149 मे
सर्दी जुकाम के लिए होम्योपैथिक उपाय (Homeopathic remedies for cough and cold)
होम्योपैथिक चिकित्सा एक प्राकृतिक तरीका है जो विभिन्न लक्षणों और समस्याओं का समाधान करने में मदद कर सकती है। यहां कुछ होम्योपैथिक उपाय हैं जो सर्दी-जुकाम को कम करने और लक्षणों को आराम देने में मदद कर सकते हैं:
- एकोनाइट 6: यदि अधिक छींके आती हैं, नाक से पानी बहता है और श्लेष्मा परेशान करता है, तो एकोनाइट 6 लें।
- एलियम सोपा 30: जुकाम शुरू होने के दूसरे दिन एलियम सोपा 30 का प्रयोग करें। यह जुकाम के लक्षणों को कम करने में मदद करता है।
- नक्स वोमिका: यदि पाकाशय की खराबी के कारण नाक बंद हो, बेचैनी, बार-बार छींकें, नाक से पानी आए, गले में आदि हो, तो नक्स वोमिका बड़ी उत्तम दवा है।
- आर्सेनिक एल्ब: यदि अत्यधिक ठंड के कारण या सर्दी-गर्मी के प्रभाव से जुकाम हो, तो आर्सेनिक एल्ब का प्रयोग करें।
सर्दी जुकाम मे चुम्बक चिकित्सा (Magnet Therapy for Cough and cold)
चुम्बक चिकित्सा एक प्राचीन चिकित्सा पद्धति है जिसमें शरीर के विभिन्न भागों पर चुम्बकों का प्रयोग किया जाता है ताकि शारीरिक और मानसिक स्वास्थ्य को सुधारा जा सके। चुम्बकों को विभिन्न स्थानों पर लगाकर, हम ऊर्जा के संचार को बढ़ावा देते हैं और शारीरिक और मानसिक संतुलन को सुधारते हैं।
- सबसे पहले चुम्बक द्वारा प्रभावित किया गया जल दिन में तीन बार प्रयोग करें।
- गरदन के मूल स्थान पर, पीठ पर तथा नाभि के समानान्तर मेरुदंड वाले भाग पर चुम्बक लगाएं।
- तीनों स्थानों पर शक्तिशाली चुम्बकों के उत्तरी ध्रुव 15-20 मिनट तक लगाएं।
- चुम्बक लगाने की क्रिया दिन में तीन बार करें। नाक पर दोनों तरफ मध्यम शक्ति वाले लौह चुम्बक का उत्तरी ध्रुव तथा दक्षिणी ध्रुव लगाएं।
सर्दी जुकाम मे एक्यूप्रेशर चिकित्सा
- हाथ और पैर के अंगूठे के नीचे दबाव: सबसे पहले, दाएं हाथ के अंगूठे के नीचे और हथेली के बीच में दबाव डालें। इसके बाद, दाएं पैर के अंगूठे के नीचे वाले भाग को 3 से 5 सेकंड तक दबाएं।
- मालिश करें: अंगूठे के नीचे के मांस पर मालिश करते हुए दबाव दें। यह शरीर की संभावित क्षमता को बढ़ाने में मदद कर सकता है।
- आधुनिक चिकित्सा औपचार का सहारा: एक्यूप्रेशर चिकित्सा आधुनिक चिकित्सा की एक प्रमुख शाखा है जो शरीर के रक्तचाप को नियंत्रित करने के लिए प्राकृतिक और निराश्रित उपायों को बढ़ावा देती है। इससे न केवल रक्तचाप कम होता है, बल्कि यह शारीरिक और मानसिक तनाव को भी कम कर सकता है।
- नियमितता का महत्व: एक्यूप्रेशर चिकित्सा का उपयोग नियमितता के साथ किया जाना चाहिए। इसे नियमित रूप से करने से लाभ हो सकता है।
सर्दी जुकाम के मौसम में स्वास्थ्य की रक्षा: मुख्य निर्देश
सर्दी जुकाम का मौसम होने पर हमारा शरीर अनेक संक्रमणों का शिकार हो सकता है। खासकर जब हम अपनी रोजमर्रा की गतिविधियों में बिना संज्ञान के सर्दी और जुकाम के संक्रमणों से जूझते हैं। इस समय, हमें अपने स्वास्थ्य की देखभाल में विशेष सावधानी बरतने की आवश्यकता होती है। निम्नलिखित कुछ निर्देशों का पालन करके हम सर्दी और जुकाम से बच सकते हैं और स्वस्थ रह सकते हैं:
- ठंडी चीजों का बचाव: सर्दी और जुकाम के मौसम में ठंडी चीजों का सेवन न करना चाहिए। ठंडी चीजें जैसे दही, ठंडे फल और सब्जियां खाने से बचें, क्योंकि ये आपके शरीर को ठंडा कर सकते हैं और जुकाम को बढ़ा सकते हैं।
- स्वच्छता का ध्यान: सोने के बाद मुंह को धोने से पहले, ध्यान दें कि आप ठंडी हवा में न जाएं। गर्म मफलर से गरदन को ढककर रखना भी फायदेमंद होता है।
- पौष्टिक आहार: सर्दी जुकाम के मौसम में प्रतिदिन गाय का दूध, चाय, कॉफी, चोकर का काढ़ा, कालीमिर्च, तुलसी और अदरक का काढ़ा लें। ये आपके शरीर को मजबूती प्रदान कर सकते हैं और सर्दी जुकाम से राहत दिला सकते हैं।
- व्यायाम और ध्यान: अच्छे स्वास्थ्य के लिए योग और ध्यान का अभ्यास करना फायदेमंद होता है। योग और ध्यान करने से हमारा शारीरिक और मानसिक स्वास्थ्य बना रहता है और सर्दी जुकाम जैसी बीमारियों से लड़ने की क्षमता बढ़ती है।
सर्दी जुकाम मे अक्सर पूछे जाने वाले प्रश्न (FAQs)
- सर्दी जुकाम क्या है?
सर्दी जुकाम एक सामान्य बीमारी है जो वायरस के कारण होती है और जिसमें नाक बहना, खांसी, गले में खराश, थकावट, बुखार और शरीर के दर्द शामिल हो सकते हैं। - सर्दी जुकाम के कारण क्या होते हैं?
सर्दी जुकाम के कारण वायरल इन्फेक्शन, बैक्टीरियल इन्फेक्शन, एलर्जी, रात को ठंडे हवाओं का संपर्क, और कमजोर इम्यून सिस्टम शामिल हो सकते हैं। - सर्दी जुकाम की सामान्य लक्षण क्या होते हैं?
सर्दी जुकाम के आम लक्षण नाक से पानी बहना, खांसी, गले में खराश, सिरदर्द, बुखार, और शरीर के दर्द शामिल होते हैं। - सर्दी जुकाम का उपचार क्या है?
सर्दी जुकाम का उपचार विश्राम, अधिक पानी पीना, गरम पदार्थों का सेवन, और दवाइयों का सेवन शामिल हो सकता है। - सर्दी जुकाम से बचाव के लिए क्या करें?
सर्दी जुकाम से बचाव के लिए सही हाइजीन, हाथ धोना, विश्राम, स्वस्थ आहार, और लोगों से संपर्क में रहने से बचें। - सर्दी जुकाम में कब डॉक्टर से संपर्क करें?
अगर आपको सर्दी जुकाम के लक्षण में से कोई गंभीर या लंबे समय तक जारी रहता है, तो डॉक्टर से संपर्क करें। - सर्दी जुकाम कितने दिनों तक चलता है?
आमतौर पर, सर्दी जुकाम का लक्षण 7 से 10 दिनों तक रहता है, लेकिन यह समय व्यक्ति के शारीरिक स्थिति, इम्यून सिस्टम की कमजोरी और इंफेक्शन के प्रकार पर भी निर्भर करता है। - क्या सर्दी जुकाम से बचाव के लिए टीकाकरण मौजूद है?
हां, कुछ सर्दी जुकाम के वायरल इन्फेक्शन के खिलाफ टीकाकरण उपलब्ध है, जैसे कि फ्लू शॉट। - सर्दी जुकाम के लक्षण किस अंतराल में प्रकट होते हैं?
सर्दी जुकाम के लक्षण आमतौर पर इन्फेक्शन के संपर्क में आने के 2 से 3 दिन बाद प्रकट होते हैं। - क्या सर्दी जुकाम को कोरोना वायरस से जोड़ा जा सकता है?
हां, सर्दी जुकाम के लक्षण कई समय कोरोना वायरस (COVID-19) के लक्षणों के साथ मिलते-जुलते हैं, लेकिन यह दोनों अलग बीमारियाँ हैं और इनका इलाज भी अलग होता है। - 11. सर्दी जुकाम से बचने के लिए किन खाद्य पदार्थों का सेवन करना चाहिए?
सर्दी जुकाम से बचने के लिए खांसी और सर्दी को कम करने के लिए गरम पानी, हल्दी वाला दूध, गुड़ वाला पानी, शहद, नींबू पानी और अदरक-लहसुन का सेवन कर सकते हैं।
ऐसी ही जानकारी के लिए आप हमारी वेबसाईट पर विज़िट कर सकते है । पोस्ट कैसी लगी कमेन्ट करके जरूर बताये आपका स्वास्थ्य अच्छा रहे
-
“4 घरेलू चिकित्सा उपाय : स्वास्थ्य को सहेजने के आसान तरीके
-
“घरेलू चिकित्सा: प्राकृतिक उपचारों के महत्व”
-
“यक्ष्मा (टीबी) के आयुर्वेदिक उपचार: जानें कारण, लक्षण, और उपाय”
-
10 आसान उपाय जो आपकी कील-मुंहासे की समस्या को कम कर सकते हैं
-
Ayurved ( आयुर्वेद ): प्राचीन भारतीय चिकित्सा पद्धति
-
अजीर्ण (भोजन हजम न होना) : कारण और 6 तरह से उपचार
-
अरुचि (भूख न लगना) : कारण,लक्षण और 20 घरेलू उपचार
-
एसिडिटी – उत्पत्ति ,लक्षण और 5 असरदार उपाय
-
कफ में खून आना (हेमोपटाइसिस): लक्षण पहचानें, निदान करें और प्रभावी इलाज पाएं