इस ब्लॉग पोस्ट में हम बिवाई फटना की समस्या पर चर्चा करेंगे, जो त्वचा में दरारें और खुरदरापन पैदा करती है। हम जानेंगे कि यह समस्या क्यों होती है, इसके लक्षण क्या हैं, और इसके प्रभावी उपचार और बचाव के उपाय क्या हो सकते हैं। इस जानकारी से आपको न केवल इस समस्या को समझने में मदद मिलेगी, बल्कि आपकी त्वचा की देखभाल और स्वास्थ्य को बेहतर बनाने के लिए जरूरी कदम भी पता चलेंगे।
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बिवाई फटना क्या होता क्या है ?(What is crack heal)
बिवाई फटना, जिसे आमतौर पर ‘क्रैक्ड हील्स’ या ‘फिशर’ के नाम से जाना जाता है, एक त्वचा की समस्या है जिसमें त्वचा की सतह पर दरारें और खुरदरेपन का निर्माण होता है। यह मुख्यतः हाथों, पैरों, और अंगुलियों पर देखने को मिलता है, और अक्सर सूखे, ठंडे मौसम या अत्यधिक कामकाजी परिस्थितियों के कारण उत्पन्न होता है। बिवाई फटना तब होता है जब त्वचा अपनी नमी खो देती है, जिससे वह कठोर और कमजोर हो जाती है, और त्वचा की परतों के बीच में दरारें पड़ जाती हैं। यह न केवल असुविधाजनक होता है, बल्कि गंभीर मामलों में संक्रमण और दर्द का कारण भी बन सकता है।
बिवाई फटने के कारण (causes of crack heal)
बिवाई फटना की समस्या आमतौर पर जाड़े के मौसम में देखने को मिलती है जब ठंड और खुश्की के कारण पैरों की त्वचा कठोर हो जाती है और उसमें दरारें पड़ जाती हैं। इस स्थिति को ‘बिवाई फटना’ कहते हैं। एड़ियों में धूल, काटे, या त्वचा की उचित सफाई न करने के कारण भी यह समस्या उत्पन्न हो सकती है। इसके अलावा, ठंडे और गरम पानी में हाथ-पैर धोने या सर्दियों में ठंडी हवा में घूमने से भी एड़ियों में चीरे पड़ सकते हैं। बगैर जूते के पैदल चलना या चप्पलें पहनना भी एड़ियों को सख्त करके फटने का कारण बन सकता है।
बिवाई फटने के लक्षण (symptoms of crack heal)
बिवाई फटने के लक्षण निम्नलिखित हो सकते हैं:
- त्वचा में दरारें: एड़ी और पंजों पर त्वचा में गहरी और सतही दरारें दिखाई देती हैं।
- दर्द और असुविधा: दरारों के कारण पैरों में दर्द और असुविधा महसूस होती है, विशेषकर चलते समय।
- खून आना: कभी-कभी गहरी दरारों से खून भी निकल सकता है।
- सूजन और लालिमा: प्रभावित क्षेत्र में सूजन और लालिमा हो सकती है।
- सूखी और खुरदरी त्वचा: एड़ी की त्वचा सूखी और खुरदरी हो जाती है, जिससे दर्द और असुविधा बढ़ जाती है।
- संक्रमण का खतरा: दरारों में गंदगी या बैक्टीरिया के प्रवेश से संक्रमण का खतरा बढ़ जाता है।
बिवाई फटने पर घरेलू उपाय (home remedies for crack heal)
बिवाई फटना के घरेलू निदान के लिए आप निम्नलिखित उपाय आजमा सकते हैं:
- राल, घी, और मौम का मिश्रण: 10 ग्राम राल, 10 ग्राम घी, और 3 ग्राम मौम को एक साथ पिघलाकर ठंडा करें। इसे चौड़े मुंह की शीशी में भरकर रखें और दिन में तीन-चार बार बिवाइयों पर लगाएं। कुछ दिनों में आपकी एड़ी चिकनी हो जाएगी और बिवाई सूख जाएगी।
- गाजर का रस: गाजर का रस रूई के फाहे से बिवाइयों पर लगाएं।
- तिल का तेल और मौम: 10 ग्राम तिल के तेल में 6 ग्राम मौम मिलाकर पका लें और बिवाइयों पर लगाएं।
- एरंड का तेल, मोम, और राल: एरंड का तेल, मोम, और राल को उचित मात्रा में पका कर मलहम बना लें। इसे दिन में दो बार, सुबह और शाम को एड़ियों पर लगाएं।
- राल, कत्था, और काली मिर्च का मिश्रण: 40-40 ग्राम राल, कत्था, और काली मिर्च के साथ 30-30 ग्राम गाय का घी और चमेली का तेल मिलाकर मलहम तैयार करें। यह बिवाइयों के लिए बहुत लाभकारी है।
- एरंड के बीजों का मिश्रण: 40 ग्राम एरंड के बीजों की गिरी, 50 ग्राम मक्खन, 25 ग्राम पोस्तदाना, और 10 ग्राम नीम की सूखी पत्तियां (कपड़छन) को खरल कर घोट लें। इसमें 5 ग्राम ढेला कपूर डालकर आइंटमेन्ट तैयार करें और बिवाइयों पर लगाएं।
- नौम की कलियां और नीम का मिश्रण: नौम की कलियां, नीम की छाल, और नीम की निबौली को पीसकर देशी घी में मिलाकर बिवाइयों पर मलहम की तरह लगाएं।
- गोमूत्र और गाय का घी: थोड़ी मात्रा में गाय का घी गोमूत्र में मिलाकर अच्छी तरह फेंट लें और बिवाइयों पर लगाएं।
- हल्दी और सरसों का तेल: हल्दी और सरसों का तेल मिलाकर बिवाइयों पर लगाएं।
- सौंफ और सूखा धनिया का मिश्रण: 10-10 ग्राम सौंफ और सूखा धनिया को पीसकर छान लें। 20 ग्राम देशी घी में मिलाकर बिवाइयों पर लगाएं।
- अंजीर की पत्तियों का प्रयोग: अंजीर की पत्तियों को पीसकर बिवाइयों पर लगाएं।
- गाय का गोबर: बिवाइयों पर गाय का गोबर लगाएं।
- मूंगफली का तेल और लौंग का तेल: 10 ग्राम मूंगफली का तेल, 2 ग्राम लौंग का तेल, और 5 ग्राम राल को पकाकर मलहम तैयार करें और बिवाइयों पर लगाएं।”
बिवाई फटने पर होमियोपैथिक दवाईया (homeopathy medicine for crack heal)
बिवाई फटने की समस्या के होमियोपैथिक उपचार निम्नलिखित हैं:
- नैट्रम कार्ब: यदि एड़ी में लंबी बिवाइयां, अत्यधिक दर्द, और बेचैनी का अनुभव हो रहा है, तो नैट्रम कार्ब 6 की खुराक लाभकारी हो सकती है।
- कार्बोवेज: गहरी बिवाई, दर्द, और जलन के लक्षणों के लिए कार्बोवेज का उपयोग करें।
- स्टेफिसेग्रिया: यदि बिवाई के साथ घाव जैसा दर्द, लंबे समय तक बिवाई रहना, और रक्त निकलने की समस्या हो, तो स्टेफिसेग्रिया 6 का सेवन करें।
- नक्स वोमिका: गहरी बिवाई जो घाव जैसी फटी हो, के लिए नक्स वोमिका 30 की खुराक उपयुक्त हो सकती है।
- आर्सेनिक: बिवाइयों को ठीक करने के लिए आर्सेनिक 6 या 30 भी एक प्रभावी दवा है।
‘बिवाई फटना’ मे अक्सर पूछे जाने वाले प्रश्न (FAQ on crack heal)
- बिवाई फटना क्या है?
बिवाई फटना एक त्वचा की समस्या है जिसमें एड़ी और पंजों पर दरारें और खुरदरापन होता है। यह समस्या आमतौर पर ठंडे और खुश्क मौसम में होती है, जब त्वचा अपनी नमी खो देती है और कठोर हो जाती है। - बिवाई फटना के प्रमुख लक्षण क्या हैं?
बिवाई फटना के लक्षणों में शामिल हैं:
1. एड़ी और पंजों में दरारें
2. त्वचा का सूखा और खुरदुरा होना
3. दर्द और असुविधा, विशेषकर चलते समय
4. गहरी दरारों से खून निकलना
5. सूजन और लालिमा - बिवाई फटना क्यों होता है?
बिवाई फटना आमतौर पर निम्नलिखित कारणों से होता है:
1. ठंड और खुश्क मौसम
2। त्वचा की उचित देखभाल की कमी
3. ठंडे और गरम पानी में हाथ-पैर धोना
4. बगैर जूते के पैदल चलना या चप्पलें पहनना
5. त्वचा की नमी की कमी - बिवाई फटना का इलाज कैसे करें?
बिवाई फटना का इलाज निम्नलिखित तरीकों से किया जा सकता है:
1. घरेलू उपचार: विभिन्न तेलों और मलहमों का उपयोग करें जैसे गाजर का रस, तिल का तेल, या एरंड का तेल।
2. होमियोपैथिक उपचार: नैट्रम कार्ब, कार्बोवेज, स्टेफिसेग्रिया, और नक्स वोमिका जैसी दवाएं।
3. त्वचा की देखभाल: नियमित रूप से त्वचा को मॉइश्चराइज करें और उचित सफाई का ध्यान रखें। - बिवाई फटना के घरेलू उपचार क्या हैं?
कुछ प्रभावी घरेलू उपचार में शामिल हैं:
1. राल, घी, और मौम का मिश्रण
2. गाजर का रस
3. तिल का तेल और मौम
4. एरंड का तेल, मोम, और राल का मिश्रण
5. हल्दी और सरसों का तेल - क्या बिवाई फटना संक्रामक है?
नहीं, बिवाई फटना संक्रामक नहीं है। यह एक त्वचा की समस्या है जो मुख्यतः त्वचा की सूखापन और कठोरता के कारण होती है। - बिवाई फटना की समस्या से कैसे बचा जा सकता है?
बिवाई फटना से बचने के लिए निम्नलिखित उपाय करें:
1. त्वचा को नियमित रूप से मॉइश्चराइज करें
2. ठंड और खुश्क मौसम में विशेष ध्यान रखें
3. बगैर जूते के न चलें और उचित फुटवियर पहनें
4. पर्याप्त पानी पीएं और संतुलित आहार लें - बिवाई फटना के लिए डॉक्टर से कब संपर्क करें?
यदि घरेलू उपचार से सुधार न हो या स्थिति बिगड़ जाए, तो तुरंत एक डॉक्टर या त्वचा विशेषज्ञ से संपर्क करें। अगर बिवाई में संक्रमण के लक्षण जैसे कि गहरा दर्द, पस, या बुखार हो, तो पेशेवर सलाह लेना आवश्यक है। - क्या बिवाई फटना का इलाज बिना दवा के किया जा सकता है?
हाँ, बिवाई फटना का इलाज घरेलू उपायों और त्वचा की देखभाल से किया जा सकता है। नियमित रूप से मॉइश्चराइजिंग, उचित सफाई, और आहार में सुधार से समस्या को काफी हद तक ठीक किया जा सकता है। हालांकि, गंभीर मामलों में चिकित्सा सलाह लेना बेहतर होता है। - बिवाई फटना के लिए कौन से आहार लाभकारी हो सकते हैं?
विटामिन ए, ई, और ओमेगा-3 फैटी एसिड से भरपूर आहार त्वचा की सेहत के लिए लाभकारी हो सकता है। इनमे हरी पत्तेदार सब्जियाँ, नट्स, बीज, और मछली शामिल हैं। पर्याप्त पानी पीना भी त्वचा को हाइड्रेटेड बनाए रखने में मदद करता है। - बिवाई फटना के दौरान किस प्रकार के फुटवियर का उपयोग करना चाहिए?
बिवाई फटना के दौरान नरम, आरामदायक, और सपोर्टिव फुटवियर पहनना चाहिए जो एड़ी को सुरक्षित और आरामदायक बनाए रखें। उच्च हील्स या कठोर फुटवियर से बचना चाहिए। - क्या बिवाई फटना के लिए किसी विशेष प्रकार के सोक्स का उपयोग करना चाहिए?
हाँ, नरम और सॉफ्ट कॉटन के सोक्स का उपयोग करना बेहतर होता है। ऐसे सोक्स पहनें जो त्वचा को सांस लेने की अनुमति दें और अधिक घर्षण से बचाएं। - क्या बिवाई फटना के इलाज में कोई विशेष सावधानी बरतनी चाहिए?
हां, बिवाई फटना के इलाज में निम्नलिखित सावधानियाँ बरतनी चाहिए:
1. प्रभावित क्षेत्र को साफ और सूखा रखें
2. अत्यधिक गर्म या ठंडे पानी से संपर्क से बचें
3. दरारों में धूल या गंदगी का प्रवेश न होने दें
4. अत्यधिक रगड़ने से बचें - बिवाई फटना के कारण त्वचा में संक्रमण कैसे रोका जा सकता है?
त्वचा में संक्रमण से बचने के लिए:
1. बिवाई को नियमित रूप से साफ करें और सूखा रखें
2. सही ढंग से मॉइश्चराइज करें
3. दरारों को ढकने के लिए स्वच्छ पट्टी का उपयोग करें
4. बाहरी गंदगी से बचें - बिवाई फटना के लिए कौन सी दवाइयाँ या क्रीम उपलब्ध हैं?
कई प्रकार की ओवर-द-काउंटर क्रीम और दवाइयाँ बिवाई फटना के इलाज के लिए उपलब्ध हैं, जैसे कि मॉइश्चराइजिंग क्रीम, हीलिंग ऑइंटमेंट्स, और एंटीसेप्टिक क्रीम। उदाहरण के लिए, पेट्रोलियम जेली, ब्यूटेनाइट क्रीम, और एंटीबैक्टीरियल क्रीम का उपयोग किया जा सकता है। - बिवाई फटना के लिए कितनी बार उपचार करना चाहिए?
बिवाई फटना के उपचार के लिए इसे दिन में दो से तीन बार नियमित रूप से लागू करना चाहिए, विशेषकर अगर यह क्रीम या मलहम हो। घरेलू उपचारों को भी दिन में दो से तीन बार उपयोग करने से अच्छे परिणाम मिल सकते हैं। - क्या बिवाई फटना का इलाज बच्चे और बुजुर्गों के लिए भी किया जा सकता है?
हां, बिवाई फटना का इलाज बच्चे और बुजुर्गों के लिए भी किया जा सकता है। हालांकि, छोटे बच्चों और बुजुर्गों की त्वचा अधिक संवेदनशील हो सकती है, इसलिए उपचार करते समय विशेष ध्यान देना चाहिए और यदि आवश्यक हो तो चिकित्सक से सलाह लेनी चाहिए। - बिवाई फटना का इलाज करने में कितना समय लगता है?
बिवाई फटना का इलाज करने में समय की अवधि प्रभावित क्षेत्र की गंभीरता और उपचार की नियमितता पर निर्भर करती है। साधारण मामलों में, घरेलू उपचार और उचित देखभाल से सुधार कुछ दिनों से लेकर एक हफ्ते तक हो सकता है। गंभीर मामलों में, उपचार में अधिक समय लग सकता है और पेशेवर चिकित्सा सलाह की आवश्यकता हो सकती है।
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